नशे ने की दुर्दशा……………
सुरेश शराब नहीं पीता पर यह नशा शराब से कई गुना ज़्यादा हानिकारक है. यह साइकिलों और गाड़ियों के टायर-ट्यूब का पंचर जोड़ने वाला रसायन है. सुरेश इसे ‘सुलेसन’ (सॉल्युशन) कहता है. सुरेश के बाक़ी तमाम साथी भी दिन भर इसी नशे में मस्त रहते हैं.
वो यह नशा क्यों करता है, इसके जवाब में उसने बताया कि यह सस्ता है, इससे मज़ा आता है और पुलिसवालों की मार के दर्द का भी पता नहीं चलता.